Top 10 Best Moral Stories In Hindi 1.गरीब किसान और जादुई तोता..
गरीब किसान और जादुई तोता..
एक गांव में रतन नाम का एक गरीब किसान रहा करता था,रतन के साथ उसकी पत्नी मोहिनी और उसकी बारह वर्षीय बेटी राधा रहा करती थी,रतन के पास खेती के नाम पर थोड़ी सी ही जमीन थी,एक दिन रतन अपने खेत में हल चला रहा था कि तभी गांव का जमींदार चौधरी अपने दो साथी भीमा और कालिया के साथ वहां पर आ गया और क्रोधित होते हुए रतन की ओर देखकर बोला,
चौधरी -” तुमने अब हद पार कर दी है रतन, आखिर तुम अपने आप को समझते क्या हो??”
रतन -“आखिर मैंने ऐसा क्या कर दिया चौधरी साहब”रतन की बात सुनकर चौधरी का आदमी भीमा क्रोधित होते हुए बोला,
भीमा -“क्या किया है??क्या तू भूल गया तूने मालिक से कर्जा लिया था,ना तो तूने उसकी ब्याज चुकाई,और ना ही असल”
रतन -“मैं बहुत जल्दी चुका दूंगा मालिक,सिर्फ आपका कर्जा चुकाने के लिए ही मैं जी तोड़ मेहनत कर रहा हूं”
चौधरी -“मैं तुम्हें ज्यादा वक्त नहीं दे सकता,मैं तुम्हें कल तक का समय देता हूं,कल सुबह मैं तुम्हारे घर पर आऊंगा,अगर मुझे मेरे पैसे नहीं मिले तो तुम्हारा ये खेत कल से मेरा हो जाएगा”इतना कहकर चौधरी अपने साथियों के साथ वहां से चला गया, रतन अपने परिवार के साथ मुंह लटका कर घर आ गया,घर पर आकर रतन की पत्नी रतन से बोली, मोहिनी -“कल सुबह तक आप पैसों का इंतजाम कहां से करेंगे”
रतन -“चिंता मत करो मोहिनी,ईश्वर पर भरोसा रखो,हर रात के बाद सुबह ही होती है”
तभी रतन की पंद्रह वर्षीय पुत्री रोती हुई बोली,
राधा -“पिताजी तो क्या हमारा खेत हमसे छिन जाएगा”
रतन -” रो मत बेटी,बल्कि ईश्वर से प्रार्थना करो”
इतना कह कर रतन चुपचाप चारपाई पर लेट गया,अगली सुबह चौधरी अपने दोनों साथियों की ओर देखकर बोला,
चौधरी -“भीमा और कालिया मुझे विश्वास है कि रतन पैसों का जुगाड़ नहीं कर पाया होगा,चलो उसके घर चलते हैं”
चौधरी की बात सुनकर उसके दोनों साथी चौधरी के साथ रतन के घर की ओर चल दिए,रास्ते में अचानक एक पेड़ के नीचे चौधरी की नजर एक बहुत ही सुंदर तोते पर पड़ी,चौधरी भीमा की ओर देखकर बोला,
चौधरी -“यह तोता तो बहुत सुंदर है भीमा”
भीमा -“लेकिन यह उन तोतों से ज्यादा सुंदर नहीं है जो आपकी हवेली में पले हुए हैं”
चौधरी -“इस तोते को उठा लो”
भीमा ने दौड़ते हुए उस तोते को पकड़ लिया,चौधरी रतन के घर पर पहुंच कर बोला,
चौधरी -“पैसों का इंतजाम हुआ”
रतन -“चौधरी साहब मैं एक गरीब किसान हूं,रातो रात पैसों का इंतजाम कहां से करूंगा”
चौधरी -“मुझे पता था,अब से तुम्हें अपने खेत में आने की कोई जरूरत नहीं,आज से तुम्हारा खेत मेरा”
रतन -“ऐसा मत कीजिए चौधरी साहब मेरा परिवार भूखा मर
जाएगा”
राधा -“मेरे पिता जी का खेत उन से मत छीनिये”
चौधरी के दिमाग में पता नहीं क्या आया, चौधरी ने भीमा की ओर देखकर कहा,
चौधरी -“भीमा यह तोता राधा को दे दो”
भीमा ने उस तोते को छोड़ दिया,तोता उड़ते हुए तुरंत राधा के कंधे पर बैठ गया,चौधरी राधा की ओर देखकर बोला,
चौधरी -“अगर मैं तुमसे तुम्हारा खेत छीन कर ले जा रहा हूं,तो बदले में तुम्हें एक तोता भी दिए जा रहा हूं” इतना बोलकर चौधरी अपने साथियों सहित हंसता हुआ और उन सब का मजाक उड़ाता हुआ वहां से चला गया,राधा की आंख से आंसू बहने लगे,तभी वह तोता राधा की ओर देखकर इंसानी आवाज में बोला,
तोता -“रो मत राधा,रोना कमजोरों की निशानी होती है,और तुम एक लड़की हो,और लड़कियां कमजोर नहीं होती”
तोते की मुंह से इंसानी भाषा सुनकर राधा रतन और मोहिनी बुरी तरह से हैरत में पड़ गए,मोहिनी रतन की ओर देखकर बोली,
मोहिनी -“अजी ये किस तरह का तोता है यह तो इंसानी आवाज में बात कर रहा है”
तोता -“मैं कोई मामूली तोता नहीं हूं,बल्कि एक जादुई तोता हूं,वैसे तो तुम्हें किसी के सामने ऐसे ही नहीं बोलता,लेकिन मुझे से राधा के आंसू नहीं देखे गए”
राधा तोता की ओर देखकर चहकते हुए बोली,
राधा -“इस का मतलब तुम एक जादुई तोते हो,तुम हमारी मदद कर सकते हो??हम बहुत गरीब हैं,हमारे पिता के पास थोड़ी सी ही जमीन थी,वह भी चौधरी ने छीन ली”
तोता -“चिंता मत करो राधा,आज से हम दोनों दोस्त हुए”
इतना बोलकर तोता उड़ते हुए सीधे रतन के कंधे पर बैठ गया, और बोला,
तोता -“चलो मेरे साथ मैं जंगल में एक ऐसी जगह जानता हूं,जहां पर बहुत सारा पुराना धन गड़ा हुआ है”
रतन तोते के साथ घर से बाहर निकल गया,तोता उड़ते हुए रतन को एक जंगल की ओर ले गया,और एक कच्ची मिट्टी के ढेर पर बैठकर बोला,
तोता -“इस जमीन के नीचे तुम्हें बहुत सारा धन मिल जाएगा”
रतन उस जमीन को खोदने लगा,कुछ ही देर में रतन को उसके अंदर एक सोने की कढ़ाई दिखाई दी,उस सोने की कढ़ाई में सोने के सिक्के रखे हुए थे,रतन उन सिक्कों को लेकर खुशी-खुशी घर पहुँच गया, सिक्कों को देखकर मोहिनी की आंखों में चमक आ गई,तभी वह तोता मोहिनी की ओर देखकर बोला,
तोता -“तुम्हारी आंखों की चमक लालच की चमक मालूम होती है, याद रखना जिस दिन तुम्हारे मन में लालच आ गया,उस दिन मैं यहां से चला जाऊंगा”
राधा -“तुम मुझे छोड़कर कभी मत जाना मिट्ठू”
तोता -“चिंता मत करो राधा,तुमसे मिलने के लिए मैं आता रहूंगा”
अगले दिन रतन सारे सोने के सिक्के बाजार में बेच आया,उसने सबसे पहले चौधरी को पैसे देकर अपनी जमीन छुड़ा ली,चौधरी अपने दोनों साथी की ओर देखकर बोला,
चौधरी -“यह रतन के पास रातो रात धन कहां से आ गया”
भीमा -“पता नहीं सरकार”
चौधरी -” रातों-रात किस्मत बदलती है यह मैंने सुना तो था लेकिन कभी देखा नहीं था”
देखते ही देखते रतन की किस्मत बदल गई,रतन के अब कच्चे घर की जगह अब एक बहुत सुंदर मकान बन चुका था,राधा अब अच्छे स्कूल में पढ़ने जाने लगी थी , राधा स्कूल से पढ़कर आती और दिन भर अपने जादुई तोते से बातें करती रहती,एक दिन राधा जादुई तोते से बातें कर रही थी कि तभी राधा की माँ मोहिनी वहां पर आ गई, और जादुई तोते की ओर देखकर बोली,
मोहिनी -“तुम तो दिनभर मेरी बेटी से ही बातें करते रहते हो कभी मुझसे भी बातें कर लिया करो”
तोता -“तुम शायद भूल गई मैं एक जादुई तोता हूं मन की बात भी पढ़ लेता हूं,बताओ क्या चाहती हो”
मोहिनी -“जब तुम जानते ही हो तो फिर तुमसे क्या छुपाना, वो क्या है ना,मैंने देखा है कि चौधरी के यहां पर बहुत बड़ी और अच्छी कार है और उसका एक फार्म हाउस भी बना हुआ है,मैं चाहती हूं कि उससे भी अच्छी कार और फार्म हाउस मेरा हो”तोता –
“राधा मेरी दोस्त है, और तुम राधा की मां हो,ठीक है जैसा तुम चाहो आओ मेरे साथ”
इतना बोल कर तोता मोहिनी को उसके ही बगीचे में ले गया और एक कच्ची जमीन पर बैठता हुआ बोला,
तोता -“इसके नीचे सोने से भरी हुई एक प्राचीन बोरी गड़ी हुई है,तुम उसे खोद कर निकाल लो,उसे बेचकर तुम और ज्यादा धनवान बन जाओगी”
मोहिनी फावड़ा लेकर उस जमीन को खोदने लगी,कुछ देर में उसे वो सोने की बोरी नजर आ गई,रात में जब रतन घर पर आया तो मोहिनी सोने से भरे सिक्कों की बोरी रतन को दिखाने लगी,और उसने रतन को सारी बात बता दी,रतन मोहिनी की ओर देखकर बोला,
रतन -“मोहिनी ठंडे दिमाग से सोचो पहले हम कितने गरीब थे,अब हमारे पास क्या कमी है,आखिर तुम्हें अब उस तोते से और ज्यादा धन मांगने की क्या आवश्यकता है”
मोहिनी -“इंसान का स्वभाव ही ऐसा होता है जी कि उसे जितना मिल जाए वह उससे भी दुगुने की तमन्ना करता है”
रतन -“अगर ऐसी बात है तो फिर मेरा स्वभाव ऐसा क्यों नही है,मुझे देखो मैं आज भी अपने वही पुराने खेत पर मेहनत करता हूं,हल चलाता हूं”
मोहिनी -“वह इसलिए क्योंकि आपको गरीबी में रहने की आदत हो गई है,अब मुझसे बहस मत कीजिए,इस सोने के सिक्कों को बेच आइये,मैं कल ही चौधरी से बड़ा फार्म हाउस और उससे अच्छी कार खरीदूंगी”
रतन सोने की सिक्कों की बोरी शहर में बेच आया,अगले दिन मोहिनी ने चौधरी से भी अच्छा और बड़ा फार्म हाउस खरीद लिया, और महंगी कार भी खरीद ली,लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया,मोहिनी का लालच भी बड़ता गया,अब उसे गरीबों से नफरत होने लगी थी, मोहिनी की चौधरी की पत्नी से अब बहुत अच्छी दोस्ती हो चुकी थी,अब उस की सोच घमंडी अमीरो वाली हो चुकी थी, एक दिन बातों ही बातों में मोहिनी ने जादुई तोते की बात चौधरी को भी बता दी,चौधरी मोहिनी की ओर देखकर बोला,
चौधरी -“तुम तो एक नम्बर की बेवकूफ हो मोहिनी,जरा सोचो उस जादुई तोते ने तुम्हें गरीबों की दलदल से निकाल कर अमीरी के शिखर तक पहुंचा दिया,तुम उससे और भी बहुत कुछ मांग सकती हो”
मोहिनी -“मैं कुछ समझी नहीं”
चौधरी -“अरे तुम उस से और भी अधिक धन मांगो इतना जितना कि संसार में किसी के पास ना हो,फिर देखो हम दोनों मिल कर पहले इस गांव में राज करेंगे,उसके बाद सारी दुनिया पर राज करने लगेंगे”
मोहिनी -“आपकी बात में तो दम है चौधरी साहब,लेकिन मेरे पति इसके लिए तैयार नहीं होंगे,और पता नहीं वह जादुई तोता मेरी बात मानेगा भी या नहीं”
चौधरी -“अगर वह तुम्हारी बात नहीं माने तो तुम मेरे पास आना,मत भूलो उस जादुई तोते को मैं ही तुम्हारे पास लाया था,मैं उससे तुम्हारी बात जबरदस्ती मनवा कर रहूँगा”
मोहिनी वहां से चली गई, मोहिनी के जाते ही चौधरी भीमा से बोला,
चौधरी -“अच्छा खासा जादुई तोता मेरे हाथ से निकल गया, तो ये था रतन की अमीरी का राज़”
भीमा -“आप कहो तो उस तोते को पकड़ कर आप के पास ले आऊं”चौधरी -“ऐसी गलती मत करना, वो एक जादुई तोता है,मोहिनी मेरी बात बहुत मानने लगी है,हम आज से मोहिनी के ऊपर नजर रखेंगे, जैसे ही वह जादुई तोता कहीं गड़ा हुआ खजाना बतायेगा,हम खजाना उनसे छीन लेंगे और जरूरत पड़ी तो रतन के परिवार को जान से मार देंगे” रतन ने मोहिनी और चौधरी की सारी वार्तालाप सुन ली थी, वो तो इत्तेफाक से वहां से गुज़र रहा था, रतन उस जादुई तोते के पास आकर बोला,
रतन -” मुझे यह कहते हुए अच्छा तो नहीं लग रहा” तभी वह जादुई तोता बोल पड़ा, जादुई तोता -“मैं सब जानता हूं तुम्हारी पत्नी के मन में अब बहुत ज्यादा लालच आ चुका है,तुम क्या चाहते हो” रतन –
“मैं बस यही चाहता हूं कि तुमने हमे जितना भी धन दिया है वह सब वापस ले लो,बस मेरे पास इतना धन रहने दो कि मैं और मेरा परिवार दो वक्त की सुकून की रोटी खा सकें,और चौधरी को भी गरीब बना दो”जादुई तोता-
“जैसी तुम्हारी इच्छा, मेरा अब वैसे भी यहाँ से जाने का वक़्त हो गया है, मुझे अपने परिवार की याद आ रही है” जादुई तोते ने अपने जादू से उन सब को फिर से गरीब बना दिया, और चला गया, चौधरी का कारोबार मे नुकसान हो गया,
और वो गांव छोड़ कर चला गया, और रतन की पत्नी की पास धन जाने से उस का लालच खत्म हो गया, रतन एक किसान था, वो खुशी खुशी मेहनत कर के जीवन व्यतीत करने लगा, मगर वो जादुई तोता आज भी राधा से मिलने आता रहता है,